डार्क सर्कल्स और आई बैग्स: यार, ये तो हर-तीसरे बंदे की जिंदगी की सच्चाई है
आंखों के नीचे काले बैलून या वो फूले-फुले आई बैग्स—इनकी वजह पूछो मत। कोई बोलेगा, "यार, रात नेटफ्लिक्स पूरी कर दी," तो कोई बोलेगा, "घर में नौकर है, क्या शामिल है?" हज़ारों कारण हैं: उम्र बढ़ने से, नींद की कमी से, या फिर जेनेटिक्स की लॉटरी लग गई। ऊपर से, हर कोई बोलेगा, "थका-थका क्यों दिख रहा है?"—जैसे खुद कभी रातभर जगे ही नहीं!
डार्क सर्कल्स के प्रकार भी हैं, सुनोगे?
वैस्कुलर:
नीला-सा या बेरंग टाइप—इनकी वजह? नीचे की ओर नसें झलकती हैं। यानी, त्वचा का वीक पासवर्ड है, कोई भी देख ले!
पृष्ठांकित:
ये वाले भूरे या काले रंग के होते हैं। मेलानिन ओवरडोज़ मिल गया, या धूप में अधिक घूमने के लिए। रंगत पर सीधा प्रभाव!
भूमिका:
यानी आंखों की मजबूती का कारण। आई बैग्स के साथ मुफ्त अपडेट हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस प्रकार बढ़ती है बिल्कुल बैंक अकाउंट का ओपीटी की तरह, अचानक और धमाका है।
काले घेरे का कारण?
सुनो, लिस्ट लंबी है:
- फैमिली पैक: अगर घर में सब्सक्राइब है, तो आपको भी मिलेगा।
-उम्र: सनी पापा हो गए, कोल बाय-बाय।
- नींद की किताब: रातभर इंस्टाग्राम, मॉर्निंग डार्क सर्कल्स का मेहमान।
- एलर्जेनिक: रोंगोगे, तो काले टकराए पक्के।
- धूम्रपान-शराब: खून का सर्कोपोलिटन।
- धूप: मेलानिन का मुफ्त बोनस।
-आयरन की कमी: एनीमिया? फिर तो काले इकट्ठे साथ में आये।
अब, इलाज की बात करें तो—कुछ तो करो!
1. ऐरे स्पेक्ट्रम-क्रीम्स:
विटामिन सी, रेटिनोल, कैफीन-ये नाम याद कर लो।
2. कोल्ड कंप्रेस:
ठंडा खाना, जेल पैड, या चाय के टी बैग - कुछ भी लगा लो, आँखों को सर्वशक्तिमान दो।
3. अंडर आई फिलर्स:
सीधे डॉक्टर के पास जाएं, हेल्यूरोनिक एसिड फिलर्स लगाए गए-झटपट असर (बटुआ प्रभाव होने का खतरा)।
4. केमिकल पील:
प्रभाव-फुल्का पील, डेड स्किन रिमूवाओ, रंगत सूरजाओ।
5. लेजर लैपटॉप:
फ्रैक्शनल लेजर-पिगमेंटेशन कम, कोल्ज़ा पंप एप।
6. डुप्लिकेट प्वाइंट मेकर:
लिटिल मॅस कर लो, ब्लड फ़्लो इम्पैक्ट, लसिका तंत्र एक्टिवेट।
7. डर्मारोलर:
मशीनीडलिंग—थोड़ा सा डर बाकी, पर आकर्षक।
आई बैग्स के लिए एक्स्ट्रा लार्ज-आउटपुट क्या होना चाहिए?
- आई जेल पैच:
हायलूरोनिक एसिड वाला पैच पेस्टाओ, 15-20 मिनट में ताजगी।
- कैफीन वाले उत्पाद:
कम सूजन, आंखों में ऊर्जा।
- सलाहकार नियुक्ति:
ब्लेफेरोप्लास्टी या फ़ाल्ट ग्राफ्टिंग - लेकिन ये सिर्फ तभी है जब बाकी सब फेल हो जाए।
डार्क सर्कल्स के लिए डेली रूटीन:
सुबह:
सॉफ्ट क्लींजर, विटामिन सी स्पेक्ट्रम, प्लास्टरिंग क्रीम, आई सनस्क्रीन (हां, आंखों के लिए भी सनस्क्रीन होता है!)
रात:
डबल क्लींजिंग, रैटिनॉल क्रीम, नो रिपेरिंग कैप्सूल, स्लीपिंग मास्क-आंखों को भी नींद आ सकती है।
घरेलू उपाय? दादी के पसंदीदा:
- भाग्य के आरोप:
पेस्टाओ, 15 मिनट, इंस्टा कूलिंग।
- आलू का रस:
सिलिकॉन सिलिकॉन, रोज़ाना लगाओ।
- बादाम तेल:
विटामिन ई—रातभर छोड़ दो, सुबह देखो जादू।
- गुलाब जल:
कॉटन पैड से लगाओ, ताजा-ताजा फिलिंग।
डिज़र्वेशन के टिप्स, अर्थात प्रिवेंशन इज बेटर डैन क्यार:
- 7-8 घंटे की नींद, अन्य डार्क सर्कल्स पार्टी।
- क्लासिक खाना, पानी मत भूलना।
- धूप से देखने पर छाया दो।
- धूम्रपान, शराब छोड़ना, अन्य प्रकार का ब्रेक लगाना।
- स्ट्रेस कम करो, निचली आंखों के नीचे स्ट्रेस दिखेगा।
- आँख मारना छोड़ो, गंभीरता से!
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
-अदृश्य काले दांतों की संख्या बढ़ती है।
- घरेलू नुस्खों से कोई असर नहीं।
- आँखों में दर्द या जलन हो।
- नजर कम हो रही हो—तब तो बिल्कुल डॉक्टर के पास भागो।
आखिर में:
डार्क सर्कल्स और आई बैग्स—सामान्य बात है, दुनिया खत्म नहीं हो गई! सही केयर, थोड़ी मेहनत, और patience—यानी रोज़ाना की कोशिश से फर्क पड़ता है। स्किन टाइप के हिसाब से प्रोडक्ट्स चुनो और जरूरत हो तो प्रोफेशनल से सलाह लेने में शर्म मत करो। ब्यूटी फिल्टर छोड़ो, असली देखभाल करो!
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