मुंहासों को भगाओ, लाइफ को चिल करो

 एक्ने ट्रीटमेंट: मुंहासों को भगाओ, लाइफ को चिल करो



यार, मुंहासे – किस की ज़िंदगी में ये मेहमान नहीं आए? टीनएज में आएं, या बड़े होकर, छुप-छुप कर चेहरे पर अड्डा डाल सकते हैं। न सिर्फ चेहरा खराब, बल्कि सेंटर फ्रेम में सेल्फ कॉन्फिडेंस की भी गाड़ी फंस जाती है। लेकिन घबराओ मत – सही माइंडसेट और थोड़ी सी मेहनत से मुंहासों की काट खेल सकते हो!




मुंहासों की पूरी फैमिली

कॉमेडोनल एक्ने:  

ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स यानी रोमछिद्र ब्लॉक — बर्बादी की जड़ अकसर यहीं होती है। स्टार्टिंग पैक यही है।


इन्फ्लेमेटरी एक्ने:  

लाल, सूजे-से दाने, दर्द भी – लाइफ में नमक-मिर्च, सीधे चेहरे पर। पपल्स & पस्ट्यूल्स, सब रोलिंग।


सिस्टिक एक्ने:  

भाई, ये तो बस से बाहर है। बड़े, गहरे, दर्द में अलमारी खुली डायलॉग्स। स्किन के नीचे सिस्ट बिल्ड करना, कुल मिलाकर बुरा हाल।


क्यों होते हैं ये मुंहासे?

सीबम (ऑयल) ज़्यादा बनने पर

डेड स्किन सेल्स पार्टी मनाने लगती है

बैक्टीरिया – 'hello, party?'  

हॉर्मोन्स बाउंस करने लगते हैं,  

मम्मी-पापा की genetics भी – मतलब, family pack!

टेंशन लोगे तो पिंपल भी लोगे

फालतू स्किनकेयर, मतलब गड्ढा खुद के लिए खुदना


एक्ने ट्रीट करोगे कैसे? – 10 धांसू तरीके!

1. सैलिसिलिक एसिड:  

रोमछिद्र खोलो, फेस वॉश लगाओ, लेकिन 2% से ज़्यादा मत करिएगा, वरना खुशबू कम, खुजली ज़्यादा।


2. बेंज़ोयल पेरोक्साइड:  

सीधा बैक्टीरिया की क्लास लगाता है, 2.5% से स्टार्ट करो। ज़्यादा होगी तो ड्राईनेस — तो कंजूसी।


3. रेटिनोइड्स:  

सीरियस स्टफ है, डाक्टर पूछ लो। त्वचा का turnover बूस्ट, ब्लॉकेज को लात मारो।


4. नियासिनामाइड:  

सीबम शांत, सूजन पे लात। 5%-10% – बजट में भी और फेस पर भी, दोनों जगह सही।


5. एजेलाइक एसिड:  

सेंसिटिव स्किन वाले लोग, यही ट्राइ करो। छोटे बैक्टीरिया और रेड-नेस दोनों पर अब तक का सबसे बढ़िया।


6. टी ट्री ऑयल:  

नेचुरल और ट्रेंडी। 5% कंसंट्रेशन में मिक्स कर लो – सीधा मत लगाओ, burn हो जाएगा।


7. ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट:  

सीरम ढूंढो जिसमें ये हो या क्रीम। रेग्युलर लगाओ, काम दिखाएगा।


8. जिंक सप्लीमेंट्स:  

डाइट में लो (घर बैठे डॉक्टर ना बनो), इम्यून बूस्ट — जलन होगी तो डॉक्टर वापस।


9. प्रोबायोटिक्स:  

दही, अचार या कोई फर्मेंटेड फूड – पेट खुश तो स्किन खुश।


10. केमिकल पील:  

फेस पे जमा हुआ कबाड़ हटाना हो, प्रोफेशनल पील कराओ। घर पे मत करो – YouTube देख कर dermatologist मत बनो।


डेली स्किनकेयर – करना ही पड़ेगा!

सुबह:  

नरम फेस वॉश, बिना अल्कोहल वाला टोनर, एक्ने सीरम, ऑइल-फ्री मॉइश्चराइज़र, और सबसे जरूरी – नॉन-कॉमेडोजेनिक सनस्क्रीन! (सूरज भी पिंपल्स का दोस्त है, I swear!)


रात:  

Double cleansing, वीक में 2-3 बार gentle एक्सफोलिएटर, उसके बाद इलाज वाला serum या treatment। एक मॉइश्चराइज़र जो चिपचिपा न हो, वरना सुबह सरेआम साइंस प्रोजेक्ट दिखोगे।


घर के जुगाड़ू नुस्खे

शहद + दालचीनी:  

एंटीबैक्टीरियल, लेकिन पेस्ट बना कर ही लगाओ। बीस मिनट, फिर धो लो। Allergic हो तो मुँहासे अकेले पकड़ो।


एलोवेरा जेल:  

सबका पसंदीदा। रोज़ लगाओ, कोई साइड इफेक्ट नहीं।


हल्दी + चंदन:  

पेस्ट लगाओ, सूजन, रेडनेस गायब। थोड़ी patience माँगेगा।


एक्ने न हो, इसके लिए टिप्स

चेहरा दिन में दो बार ज़रूर धोओ

Makeup के ब्रश साफ रखो – वरना बेकार में bacteria की फसल  

तकिए का कवर बदलो — वीक में कम से कम एक बार, वाइब्स चेंज होगी

चेहरा मत छुओ – Seriously, हाथ में सारा germs है  

खाना अच्छा खाओ, पानी पियो — आंटी का ज्ञान काम आता है  

टेंशन को पूछो bye, music सुनो  

और अगर–जो–लेकिन  

जब मुंहासे बिलकुल काबू में ना आएं, दर्द करें, या निशान बना दें – वक्त है pro के पास जाने का। डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलो, टालोगे तो खुद ही पछताओगे।


आखरी बात – सब्र और consistency  

मुंहासे – रोजमर्रा की छोटी-बड़ी बदमाशियां, पर ठंड रखो, इलाज है। प्रॉपर रूटीन, हेल्दी लाइफस्टाइल और सही प्रोडक्ट कॉम्बो से पिंपल्स भाग सकते हैं। सौ बार बोलेंगे – patience, भाई! और स्किन-टाइप के हिसाब से प्रोडक्ट चुनना। बाकियों ने नहीं बताया, तो हम बता रहे हैं – फेस योर फेस!


बस, फिर क्या – अपना glow पकड़ो और दुनिया को बोलो – "देख भाई, हम ऐसे ही हैं!"


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