ड्राई स्किन की झंझट – भाई, ये तो जान का जंजाल है! मतलब, थोड़ी ठंड आई नहीं, स्किन ऐसे खिंचने लगती है जैसे पुरानी चप्पल। ऊपर से खुजली, फटने, लाल होने का फुल ड्रामा अलग। सोच रहे हो – क्या करें, कैसे निपटें? चलो, अपनी खुद की ‘ह्यूमन गाइड’ लेकर आए हैं, बिलकुल बिना बोरिंग लेक्चर के।
ड्राई स्किन होती क्यों है?
देखो, कारण तो हज़ार हैं – ठंड में आसमान में नमी ऐसे गायब जैसे समोसे की प्लेट। हीटर या AC चला लो, स्किन सूखी – काम खराब। रोज गर्म पानी से नहाना – कुछ देर तो मजा पर बाद में पछतावा।
कुछ को तो घर से विरासत में मिला है – शुक्रिया, मम्मी-पापा! उम्र की चक्की घूमी नहीं कि तेल कम, झुर्रियां फटाफट!
खुद की मेहनत? पानी कम, फास्ट फूड ज्यादा, सिगरेट और दारू – बस फिर क्या, स्किन सूख कर पेपर बन जाती है।
पता कैसे चले – सच में ड्राई स्किन है?
लगातार चेहरा टाइट लगे, खुजली ऐसे जैसे परमानेंट साथी, फटे-फटे पैचेज़, लाल चकत्ते, झुर्रियां – भाई, सुबह उठो, आईने में देखो, खुद ही समझ जाओगे।
अब असली बात – कैसे करें ट्रीटमेंट?
1. साफ-सफाई – पर जरा प्यार से
कोई हार्श वाला फेसवॉश? भूल जाओ। क्रीम या ऑयल-बेस्ड क्लीन्ज़र यूज़ करो। पानी गुनगुना हो, उबलता नहीं।
2. मॉइस्चराइजिंग – रिश्ते जैसा, रोज-रोज
ड्राई स्किन है, तो सुबह-शाम मॉइस्चराइजर लगाओ। स्नान के तुरंत बाद, जब स्किन हल्की नम हो। सिरामाइड्स, हायलूरोनिक एसिड – नाम बड़ा अजीब है, पर काम दमदार!
3. हायलूरोनिक एसिड – नाम डरावना, असर शानदार
सीरम के तौर पर लो, मॉइस्चराइजर से पहले। नमी लॉक करता है – जैसे पानी की बॉटल को छिपा लो।
4. एक्सफोलिएशन – पर बहुत सारे हंगामे के बिना
हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएट करो। कोई हार्ड वाला स्क्रब नही, केमिकल वाला जेंटल एक्सफोलिएटर ठीक रहेगा।
5. ह्यूमिडिफायर – बड़ा काम की चीज़
किसी भी मौसम में चलाओ, रात भर रखो कमरे में। स्किन में नमी बनी रहेगी।
6. खाना-पानी – ग्लो स्किन का सीक्रेट
ओमेगा-3, विटामिन-E वाली चीज़ें खाओ। पानी ढेर सारा पियो। फास्ट फूड थोड़ा कम, बड़े काम की सलाह है ये!
7. सनस्क्रीन – ये मत भूल जाना
रूखी स्किन है तो क्या धूप में फ्री घूमना है? SPF 30+ वाला प्रॉडक्ट रोज मारो, वो भी घर में रहो तब भी।
कौन-से प्रॉडक्ट चुनने हैं?
क्लीन्ज़र – क्रीम/ऑयल बेस्ड, फोमिंग वाला पानी की तरह छोड़ दो
मॉइस्चराइजर – सिरामाइड्स, हायलूरोनिक एसिड, शिया बटर, ग्लिसरीन
सीरम – ह्यालूरोनिक एसिड, नियासिनामाइड, पेप्टाइड्स
रूटीन कैसा हो?
सुबह – हल्का क्लीन्ज़र, टोनर, ह्यालूरोनिक एसिड, आई जेल, मॉइस्चराइजर, सनस्क्रीन
रात – डबल क्लीन्ज़िंग (क्योंकि दिनभर धूल मिट्टी), टोनर, हाइड्रेटिंग सीरम, नाइट क्रीम, और जरूरत हो तो फेस ऑयल
और ‘दादी के नुस्खे’ भी याद हैं:
– नहाने से पहले नारियल तेल मलो या रात को लगा के सो जाओ
– शहद+दही – फेस पैक, 20 मिनट, हफ्ते में 2 बार
– ताजा एलोवेरा रोज-रोज (प्लांट हो तो उसके पत्ते तोड़ो, महंगे ट्यूब पे पैसे मत फेको!)
डॉक्टर के पास कब भागना है?
इतनी खुजली कि नींद न आए, स्किन बिल्कुल फटने लगे या खून/मवाद दिखे, तरह-तरह के पैच दिखें – समझो समय आ गया प्रोफेशनल हेल्प लेने का। बेवजह एक्सपेरिमेंट न करो!
ज्यादा सोचो मत! स्किन को प्यार दो, थोड़ा धैर्य रखो, रोज कुछ नया मत लगाओ, बेसिक रूटीन पकड़ो। फिर देखो, रूखी त्वचा से निजात मिलती है कि नहीं। असली राज़ – consistency और patience, वरना सब कहानी अधूरी!
.png)